छोटे बच्चे जो होते हैं वह बहुत ही ज्यादा बदमाश होते हैं क्योंकि वह बातों को समझने की बिल्कुल भी कोशिश नहीं करते हैं और हम भी उनको लाड प्यार की वजह से बातें प्यार से समझाने की कोशिश करते हैं जिससे कि वह और भी ज्यादा हमें तंग करने लग जाते हैं।

 

अगर बात हो 1 साल के बच्चे की तो वह बच्चे आपकी गोद में ही रहते हैं और और थोड़ा बहुत नीचे चलते हैं और उस समय उनका चलना नया नया ही शुरू होता जिससे कि वह थोड़ा और भी ज्यादा अपने मम्मी और अपने पापा को परेशान करते हैं।

 

वैसे भी बच्चे थोड़ी नटखट ही होते हैं क्योंकि अभी की वह उम्र नहीं होती है नटखट करने की इसकी वजह से थोड़ी परेशानी तो जरूर बढ़ती है लेकिन घर में ढेर सारी खुशियां और ढेर सारा उमंग ले करके आते हैं इसकी वजह से उनकी यह बदमाशियां हम कभी कभी नजरअंदाज करके खुशी से हंस पड़ते हैं। और जब बच्चे बड़े हो जाते हैं तो उनके इन्हीं बदमाशों को याद कर हम मुस्कुराते हैं और उनसे कहानियां कहते हैं और सुनते हैं।

 

आपको बता दें तो बच्चे जो होते हैं वह बहुत ही ज्यादा नाजुक होते हैं उस समय इसलिए हमें बच्चों का बहुत ही खास ध्यान रखना पड़ता है साथ में हमें भी बहुत सारी सावधानियां बरतनी पड़ती है जिससे कि हमारे बच्चों को हम से कुछ नुकसान ना हो जाए क्योंकि बच्चे इतने नाजुक होते हैं कि अगर आप उन्हें गलत तरीके से उठा रहे हैं या जोर से उठा रहे हैं तो उनको चोट लगने की संभावना है।

 

आज के समय में यह बहुत ही आम बात हो गई कि माता-पिता अपने बिजी लाइफ की वजह से और कामों में व्यस्त रहने की वजह से बच्चों को बहुत सारे केंद्र में छोड़ देते हैं जो केंद्र बच्चों के देखभाल के लिए बनी होती है, लेकिन आपको भी यह सच्चाई पूरी तरीके से पता है कि उस केंद्र में हमारे बच्चे के साथ बहुत ही गलत गलत व्यवहार होती है और उनके बचपन को पूरी तरीके से बर्बाद करने की कोशिश की जाती है जिससे कि हमारे बच्चे सहम से जाते हैं।

 

तो आइए जानते हैं कि आखिरकार किस तरीके से हम अपने बच्चे को सुरक्षित रख सकते हैं और पूरी सतर्कता बरत सकते है।

 

हाथ धोना।

जभी भी आप छोटे बच्चों को गोद ले तो कृपया करके अपने हाथ को अवश्य अच्छी तरीके से धोकर के गोले नहीं तो छोटे बच्चे को कुछ ना कुछ इंफेक्शन होने का खतरा बना रहेगा।

बच्चों की स्किन जो होती है वह बहुत ही ज्यादा नाजुक होती है जिसकी वजह से उनके ऊपर किसी भी चीज का असर बहुत ही आसानी से हो सकता है। इसलिए जभी भी हम बच्चे को गोद ले तो हम हाथ अच्छी तरीके से धोकर ही बच्चे को गोद ले जिससे कि बच्चे को कोई भी नुकसान ना पहुंचे।

 

 

 

सहारा अवश्य प्रदान करें।

हम सब जानते हैं कि बच्चे जो होते हैं बहुत ही नाजुक होते हैं और उनके अंदर मजबूत हड्डियां नहीं होती है आम आदमियों की तरह तो इसकी वजह से कभी भी आप बच्चे को गोद ले चाहे वह आपका अपना बच्चा हो , चाहे किसी दूसरे छोटे बच्चे को गोद ले तो हमेशा उनके गर्दन के पास हाथ रखकर यानी उन को सहारा देकर ही गोद में ले इसे कि आप उनको अनजाने में कोई चोट ना पहुंचा सके।

 

 

शिशु को गोद में लेकर बिल्कुल भी जोरो से न हिलाएं।

आपको बता दें कि हमेशा बच्चों को जब हम गोद में लेते हैं तो उनके साथ बहुत सारी शरारती करते हैं उनके साथ खेलते हैं तो उस समय यह ध्यान रखें कि बच्चे को कभी भी गोद में लेकर जोरों से हिलाई नहीं क्योंकि उससे बच्चे जो हैं और डर जाते हैं और कहीं ना कहीं उनके शरीर में मस्तिष्क में रक्तस्राव हो सकता है जो घातक हो सकता है।

 

अच्छे तरीके से जकर के रखे।

जब भी हम कहीं भी घूमने जाते हैं तो हम अपने बच्चे को कार के सीट पर या स्ट्रॉलर पर बैठा देते हैं तो यह ध्यान अवश्य रखें की बच्चे को अच्छी तरीके से जकरके बैठाएं , जिससे कि किसी भी दुर्घटना होने की संभावना नहीं हो।