प्रेगनेंसी के पहले 4 महीनों में कैसे रखें अपना खास ध्यान।

हर मां जिंदगी के उस पल में उस घड़ी में बहुत ही ज्यादा अपने आप को सुरक्षित रखना चाहती है प्रेगनेंसी अपने आप को सहेज के रखना चाहती है ।
क्योंकि कहीं ना कहीं वह किसी और एक इंसान को और एक मानव को अपने धरती पर लाने वाली होती है इसकी वजह से उनका सतर्क रहना बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है।

मां बनना एक अनोखा एहसास है। और यह एहसास कभी भी जीवन में आपके पास दुबारा नहीं आ सकता है और इसके लिए आपको इस प्रेगनेंसी एहसास को बरकरार रखने के लिए बहुत सारी मन्नते और बहुत सारे सतर्कता बरतनी पड़ती है।
मां बनने के दौरान आपको जीवन के हर एक दिन बहुत ही ज्यादा सावधानी और बहुत ही ज्यादा ध्यान पूर्वक चलना पड़ता है चाहे वह खाने से की बात हो, चाहे वह आपके चलने की बात हो, चाहे वह आपके सोने के बात हो।
यानी कि मां बनने के बाद आपकी पूरी दिनचर्या एक बहुत ही सावधान तरीके से और बहुत ही सतर्कता के साथ रखनी पड़ती है।
जब आप चौथे महीने में पहुंचते हैं तो आपको एक गर्भवती महिला होने के वजह से आपको बहुत सारी चीजों का खास ध्यान रखना होता है और हर चीज है.
बहुत ही सोच समझकर करनी होती है क्योंकि आपकी एक गलत आदत और आपकी एक गलत हरकत आपके और आपके बच्चे के लिए बहुत ही ज्यादा नुकसानदेह साबित हो सकती है।
शिशु को अत्यधिक पोषण की जरूरत है और ये मां से ही उसे मिलेगा। आपको पर्याप्त मात्रा में विटामिन लेने हैं।
रोज एक्सरसाइज करें। प्रेगनेंसी में पैदल चलना और योग करना एवं एक्टिव रहना डिलीवरी के दौरान फायदेमंद साबित होता है।
गर्भावस्था में शरीर को दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है इसलिए 7 से 8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है।
फिश में भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड और अन्य खनिज पदार्थ होते हैं। अपनी डायट में फिश को शामिल करें, लेकिन सीफूड (समुद्री भोजन) को अच्छी तरह से धोने के बाद ही खाएं।
कच्ची और उच्च मात्रा में मर्करी वाली फिश न खाएं।
इस महीने सेक्स ड्राइव बेहतर होती है इसलिए आप सेक्स का आनंद ले सकती हैं।
हालांकि, डॉक्टर के संपर्क में हमेशा बने रहे, साथ ही, समय समय पर उपचार लेते रहे।
गर्भावस्था में किसी भी तरह की बीमारी या इंफेक्शन से बचने के लिए फ्लू शॉट जरूर लगवाएं।
अपने वजन को कंट्रोल में रखें और पौष्टिक आहार लें।
प्रेगनेंसी दांतों को भी प्रभावित करती है इसलिए डेंटल चेकअप करवा आएं।